Overthinking se kaise bache : ओवरथिंकिंग से बचने के लिए पांच उपाय

नमस्कार दोस्तों, आज मैं आपको ज्यादा सोचने की इस बीमारी Overthinking se kaise bach के उपाय बताऊंगा |

Overthinking meaning in hindi | ओवरथिंकिंग का मतलब हिंदी में

Overthinking se kaise bache

ओवरथिंकिंग का मतलब किसी परिस्थिति के बारे में बहुत ही ज्यादा व नकारात्मक सोचना उदाहरण के लिए कल मेरा इंटरव्यू है अगर मैं इंटरव्यू में ढंग से बोल नहीं पाया या मेरा सिलेक्शन नहीं हुआ अगर मुझे जॉब मिलने के बाद मुझे सैलरी नहीं मिली या मेरी जॉब छूट जाए किसी परिस्थिति के बाद में बहुत ज्यादा ही नकारात्मक सोचना यह होती है ओवरथिंकिंग |

Overthinking symptoms | ओवरथिंकिंग के लक्षण क्या है

ज्यादा सोचने की बीमारी से ग्रसित व्यक्ति किसी परिस्थिति के बारे में बार-बार सोचता रहता है और साथ ही उस परिस्थिति को बहुत अलग-अलग तरीकों से दोहराता रहता है | 

Overthinking reason | ओवरथिंकिंग क्यों होती है


आजकल की इस भाग दौड़ भरी दुनिया में कई लोगों को अपने काम को एकदम परफेक्टली करने की आदत होती है अगर वो उनका काम एकदम सही से नहीं हुआ तो वह इसके लिए खुद को जिम्मेदार मानते हैं और अपने को दोषी ठहराते हुए ज्यादा सोचने की बीमारी का शिकार हो जाते हैं |

How to stop overthinking | ओवरथिंकिंग को कैसे रोके ?

अपने आप को ज्यादा सोचने से रोकने का सबसे अच्छा तरीका है ज्यादा से ज्यादा अपने आसपास के लोगों के साथ रहने की कोशिश करें उनके साथ बात करने करते रहे अपनी थोड़ी छोटी-मोटी चीज उनसे शेयर करते रहें या फिर अपने आपको किसी काम में लगाए रखें और साथ ही आप सुबह रोज 5 मिनट ध्यान लगाए | 

Overthinking kills your happiness | ज्यादा सोचना आपकी खुशी को मार देता है


किसी भी चीज के बारे में ज्यादा सोचना आपकी खुशी को मार देता है मान लीजिए आपकी गर्लफ्रेंड है और वह जॉब करती हैं और अब आप सोचते हैं कहीं ऑफिस में उसका किसी और के साथ चक्कर तो नहीं है या कहीं वह आपको धोखा तो नहीं दे रही है अगर आप ऐसी बातें सोचते रहेंगे और ऐसा असल में कुछ है ही नहीं तो इस स्थिति में आप अपनी खुशियों को मार देते हैं |

निष्कर्ष | Conclusion

ओवरथिंकिंग यानी किसी परिस्थिति के बारे में बहुत ज्यादा सोचना और उसके हर पहलू का विश्लेषण करके उसके नकारात्मक परिणामों को देखना उदाहरण के लिए कल आपको जॉब पर जाना है पर रात को आप बहुत ज्यादा सोच रहे हो पर जो आप सोच रहे हो जितना भी आप नेगेटिव सोच रहे हो वह सिर्फ आपके दिमाग तक ही सीमित है जब आप आने वाले दिन पर प्रवेश करोगे तो फिर तब उस समय सारी टेंशन अपने आप खत्म हो जाएगी तब जॉब पर जाकर तो आप एक्शन लोगे ना की टेंशन लोगे तो फिर इसलिए आप इस फालतू की ओवर थिंकिंग को अपनी ज्यादा सोचने की आदत को भूल जाइए एक्शन लीजिए ना की टेंशन दीजिए अगर आपको हमारा यह ब्लॉग पसंद आया तो ऐसे ही पोस्ट पढ़ने के लिए हमारे ब्लॉग को सब्सक्राइब करें और अगर आपका कोई अन्य सवाल मैं तो आप कमेंट जरुर करें धन्यवाद |










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